Mera bhai ki shaadi ki dua

 मेरी आख़ में एक आसु भी जो देख ना पाए,

पर सबसे जज़दा हॉक से वोह ही मूझे चिड़िये ।

भाई सिर्फ़ एक लव्स नहीं, एक पूरी किताब है तू,

ऐसासो की कलम से, यादों के पने में likha हुआ आसाह है तू ।

दी और मेरी कहानी पूरी हुई तेरे आने से ।

बचपन की उन लड़ियो उन शैतानियों से ।

मेरी आखो से ऑश निकलते देख घबराना ना तू , यह तेरे लिए मेरी दुआ के लव्स बन निकलते है, तु सुख और सेहत  से जीए बस ये ही कहते है ।

इन आखो ने तुझे बड़ा होते देखा है, आपने खाबो को वाक्ति तोर पे रोकते देखा है,

परिवार की ख़ाहिशे पहले और आपने सपनों को पीछे रहते देखा है ।

कब तू इस घर की दीवार से छत हुआ यह समज ना पायी में,

पर हमारे दिल से बस यह दुआ पाई तूने,,

कोई हो जो तुझए समजे और तेरे सपने को तुझसे जज़दा प्यार करे ।

ज़मनने की बुरी नज़र से पहले उसी पूजा काम करे।

अब मेरी दुआ महकी है, फूल बन हमारे आगन में बेठी है ।

इस घर की ख़ुशबू तुम बन जाओ Mehak, इस तरह तुम रमो अपने पी के घर में।

तुम दोनों आबाद, एक साथ रहो यह दुआ की चादर तुमे उड़ती हूँ,

शीत,धूप से तुम दोनों हमेशा बचे रहो यही संगीत गाती हूँ ।।


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